चार्ल्स बैबेज: कंप्यूटर का पिता
चार्ल्स बैबेज: कंप्यूटर का पिता
कैसे एक सपना बना आज की डिजिटल क्रांति का आधार
कैसे एक सपना बना आज की डिजिटल क्रांति का आधार
चार्ल्स बैबेज ने 1822 में पहली गणनात्मक मशीन का सपना देखा।
चार्ल्स बैबेज ने 1822 में पहली गणनात्मक मशीन का सपना देखा।
गणितीय गणनाओं को सटीक और आसान बनाने की शुरुआत।
गणितीय गणनाओं को सटीक और आसान बनाने की शुरुआत।
डिफरेंस इंजन: पहली स्वचालित गणना मशीन
डिफरेंस इंजन: पहली स्वचालित गणना मशीन
गणितीय टेबल्स को सही बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया।
गणितीय टेबल्स को सही बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया।
1837: एनालिटिकल इंजन का डिज़ाइन, जो प्रोग्राम के अनुसार काम कर सकता था।
1837: एनालिटिकल इंजन का डिज़ाइन, जो प्रोग्राम के अनुसार काम कर सकता था।
यह आधुनिक कंप्यूटर का प्रारंभिक मॉडल था।
यह आधुनिक कंप्यूटर का प्रारंभिक मॉडल था।
– इनपुट: पंच कार्ड्स – आउटपुट: प्रिंटेड परिणाम – स्टोरेज: डेटा को संग्रहित करने की क्षमता
– इनपुट: पंच कार्ड्स – आउटपुट: प्रिंटेड परिणाम – स्टोरेज: डेटा को संग्रहित करने की क्षमता
एडा लवलास ने एनालिटिकल इंजन के लिए पहला प्रोग्राम लिखा।
एडा लवलास ने एनालिटिकल इंजन के लिए पहला प्रोग्राम लिखा।
चार्ल्स बैबेज के विचार आज के सुपरकंप्यूटर और एआई का आधार हैं।
चार्ल्स बैबेज के विचार आज के सुपरकंप्यूटर और एआई का आधार हैं।
उनका सपना हर डिजिटल डिवाइस में जीवित है। हैं।
उनका सपना हर डिजिटल डिवाइस में जीवित है। हैं।
उनका सपना हर डिजिटल डिवाइस में जीवित है।
चार्ल्स बैबेज का सपना हमें सिखाता है कि विचार ही क्रांति की शुरुआत करते हैं।
चार्ल्स बैबेज का सपना हमें सिखाता है कि विचार ही क्रांति की शुरुआत करते हैं।
उनका सपना हर डिजिटल डिवाइस में जीवित है।